Zombie snail: असल दुनिया के भयानक वैज्ञानिक
चमत्कार
आपने ज़ोंबी फिल्मों में ज़ोंबी इंसानों को तो खूब देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं? असल दुनिया में भी एक तरह का ज़ोंबी घोंघा पाया जाता है! ये बिल्कुल हॉरर फिल्मों जैसा तो नहीं दिखता, पर इसकी कहानी वाकई खौफनाक है.
ज़ोंबी घोंघा असल में क्या है?
ये असल में एक परजीवी (parasite) और उसके मेजबान (host) घोंघे का मिलन है। ल्यूकोक्लोरिडियम पैरासिटम (Leucochloridium paradoxum) नाम का ये परजीवी, एम्बर्ना ग्रैसिलिस (Ambrna gracilis) नाम के छोटे घोंघे को अपना मेजबान बना लेता है.

ज़ोंबी बनाने का कारनामा
ल्यूकोक्लोरिडियम अपने लार्वा अवस्था में घोंघे के शरीर में घुसपैठ कर लेता है. ये लार्वा घोंघे के शरीर को नियंत्रित करके उसके उपांगों (eyestalks) को लंबा और चमकदार बना देता है. ये चमकदार उपांग किसी कीड़े का स्वादिष्ट भोजन जैसा दिखने लगते हैं.
शिकार का जाल
पक्षी इन चमकीले उपांगों को भोजन समझ कर खा लेते हैं. असल में ये लार्वा होते हैं, जो पक्षी के पेट में जाकर परिपक्व होते हैं और फिर पक्षी के मल के रास्ते बाहर निकल आते हैं. ये परिपक्व लार्वा फिर किसी और घोंघे को ढूंढकर इसी चक्र को दोहराते हैं.

ज़ोंबी घोंघे का भविष्य
इस भयानक प्रक्रिया में बेचारा घोंघा तो अपना शिकार बनने के लिए तैयार किया जाता है. अच्छी बात ये है कि ये ज़ोंबी घोंघे इंसानों के लिए खतरناک नहीं होते.
प्रकृति का विचित्र खेल
ज़ोंबी घोंघा प्रकृति के अद्भुत और कभी-कभी डरावने अनुकूलन का एक उदाहरण है. ये हमें दिखाता है कि जीव बचने के लिए किस हद तक जा सकते हैं.
आपको ये कहानी कैसी लगी? कमेंट्स में ज़रूर बताएं!